18 नवम्बर 1981 को घटित वीभत्स रूप से अंजाम दिया गया मैनपुरी जिले के ( अब फिरोजाबाद जिला) देहुली हत्याकांड

 

18 नवम्बर 1981 को घटित वीभत्स रूप से अंजाम दिया गया मैनपुरी जिले के ( अब फिरोजाबाद जिला) देहुली हत्याकांड के अपराधीयों  को अदालत ने  44 साल बाद दोषी ठहराया गया है(अमर उजाला 12 मार्च 2025 ).. *मान्यवर कांशीराम साहब द्वारा* *प्रकाशित अंग्रेजी मासिक पत्रिका   " दा* *आप्रेस्ड इंडियन " के  दिसम्बर 1981 के अंक* में यह खबर फोटो सहित छापी गयी थी। इसकी *विस्तृत जांच के लिए "बामसेफ " के* प्रतिनिधि को देहुली गाँव में भेजा गया था... हत्यारों ने *जाटवों की महिलाओं से बलात्कार, 3* *महीने के बच्चे के गोली मारने जैसी रूह कंपाने* जैसी घटना में 25 जाटवों को मार डाला था... उनका कसूर सिर्फ इतना था कि वे सिर उठाकर मान सम्मान के साथ जीना चाहते थे... *कांग्रेसी शासन की पुलिस हत्यारों से मिली हुई थी* और उनको ( जाटवों)  हथियारों के लाइसेंस मांगने पर भी नहीं दिये गये थे...... यह *सच्चाई है कि यदि मान्यवर कांशीराम साहब हमारे* *बीच नहीं आते तो ऐसे और न जाने कितने* *कांड होते रहते....*